5.12.04

ब्रास्टेल फ़ोन सेवा

यह तो पता चला कि 24सों घण्टे उतने ही पैसे लगेंगे। लेकिन ये कहाँ से फ़ोन करने के पैसे हैं? यह तो कहीं लिखा ही नहीं है, या फिर लिखा है लेकिन दिख नहीं रहा है। न यही कि कौन सी मुद्रा में दाम लिखे हैं। दो चार डोमेन नामों के लिए अपना जीमेल पता क्या दिया, धड़ाधड़ अङ्ग वैशालीकरण की डाक आने लगी। पर ये तो होना ही था। मतलब वैशालीकरण नहीं, कचरा डाक का आना। बकरी की माँ कब तक ख़ैर मनाती।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

सभी टिप्पणियाँ ९-२-११ की टिप्पणी नीति के अधीन होंगी। टिप्पणियों को अन्यत्र पुनः प्रकाशित करने के पहले मूल लेखकों की अनुमति लेनी आवश्यक है।