27.2.08

संतोष तोट्टिङ्गल - ध्वनि - हिन्दी, कन्नड़ और मलयालम में लिखे को पढ़ने वाले तन्त्र के निर्माता

सन्तोष तोट्टिङ्गल ने बनाया है ध्वनि, जो कि लिखे को बोल कर सुनाने की काबिलियत रखता है, और इसने बढ़िया मुक्त तन्त्राश का इनाम जीता है। है न बढ़िया? अब हम होते हैं नौ दो ग्यारह।

5 टिप्‍पणियां:

  1. यह तो बढ़िया खबर है कि अब हिंदी व अन्य भाषाओं के लिए भी ऐसा जुगाड़ आ गया है!!
    बधाई संतोष जी को

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  2. क्या बात है . संतोष जी तक हमारी बधाई पहुंचाएं. क्या सबके लिए निशुल्क उपलब्ध है ?

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  3. प्रियंकर जी बधाई आप उन्हें सीधे दे सकते हैं -
    यहाँ। और हाँ, यह निःशुल्क ही है।

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  4. भारतीय भाषाओं के लिये खुशी की बात है। ऐसे ही हजारों लोगों को भारतीय भाषाओं के लिये आगे आने की जरूरत है।

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  5. काम की चीज है। जरा स्टेबल हो ले तब ट्राई करेंगे।

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