12.4.08

आज की कारस्तानियाँ

आज के दिन मैं नौ दो ग्यारह होने से पहले यह सब करते हुए धरा गया -
  • 13:46 सोच रहा हूँ, आराम कि ज़िन्दगी या पैसे और तनाव? #
  • 13:46 भरे पेट को सहला रहा हूँ। #
यह सेवा पेश की है लाउडट्विटर ने, उनको धन्यवाद।

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