tag:blogger.com,1999:blog-6133551.post8489564899220897207..comments2024-01-19T08:14:40.801+05:30Comments on नौ दो ग्यारह: दावाआलोकhttp://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6133551.post-39078408915366869942007-11-02T10:41:00.000+05:302007-11-02T10:41:00.000+05:30आलोक, आपकी बात पहुंच गई है शुक्रिया, शुक्रिया :) व...<I>आलोक, आपकी बात पहुंच गई है </I><BR/><BR/>शुक्रिया, शुक्रिया :) वैसे जिस स्थल के साथ आपका नाम जुड़ा हो उससे हम इसी तरह की बेहतरीन सेवाओं और सुविधाओं की उम्मीद करते हैं!आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6133551.post-13275162535392410042007-11-02T10:36:00.000+05:302007-11-02T10:36:00.000+05:30आलोक, आपकी बात पहुंच गई है :) बैज का हिन्दीकरण कर ...आलोक, आपकी बात पहुंच गई है :) बैज का हिन्दीकरण कर लिया जायेगा। <BR/><BR/>दावा प्रतिदावा तो कैर चलता ही रहता है संसार में, मेरे ससुर जी बता रहे थे कि किस तरह महज़ ६०० रुपये की माहवार पेंशन के लिये उन्हें हर साल ये दावा करना पड़ता है कि वे जिंदा हैं ;)<BR/><BR/>अमित: जब तक कोड पोस्ट न करें मालिकियत नहीं मिलेगी तो दावा सिद्ध होने तक पोस्ट न आपके लिये खामख्वाह होती है न के लिये :) हाँ उसके बाद न वो आपके काम की रहती है न हमारे काम की। वैसे अक्लमंद को इशारा काफी होता है, क्लेम करने भर के लिये खामख्वाह पोस्ट न लिखें, पोस्ट लिखें और इस कोड को पोस्ट की पूँछ बना कर ठेल दें। आलोक ने कम से कम अपनी पोस्ट का "कुछ कहने के लिये" तो इस्तेमाल किया।debashishhttps://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6133551.post-12887248928611097832007-11-02T08:08:00.000+05:302007-11-02T08:08:00.000+05:30दवा भी अभी पी ली, खाँसी की - डाबर की हनिटस। वैसे म...दवा भी अभी पी ली, खाँसी की - डाबर की हनिटस। वैसे मित्र ने बताया है कि कफ़्लेट ज़्यादा अच्छी है।<BR/>यूँ मुझे इस तमगे से आपत्ति नहीं है, पर उसमें कुछ अंश तो हिंदी का होता। :)आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6133551.post-45844810364324309602007-11-02T05:55:00.000+05:302007-11-02T05:55:00.000+05:30हा हा हा!! मैंने तो हिन्दीब्लॉग्स.ऑर्ग में ब्लॉग आ...हा हा हा!! मैंने तो हिन्दीब्लॉग्स.ऑर्ग में ब्लॉग आते ही पोस्ट मिटा डाली थी, खामखा की पोस्ट थी ब्लॉग पर लेकिन दावा करने के लिए आवश्यक थी!! ;)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6133551.post-61587008655657962132007-11-01T22:26:00.000+05:302007-11-01T22:26:00.000+05:30daava aur dava dono hi jaroori haindaava aur dava dono hi jaroori hainAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6133551.post-50755510849711211352007-11-01T21:35:00.000+05:302007-11-01T21:35:00.000+05:30सही कह रहे हैं आप।सही कह रहे हैं आप।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com