आदि कई विषयों पर दस्तावेज़। अंर्स्ट ट्रेमेल द्वारा। इन्होंने ही शिदेव मुद्रलिपि बनाई है, जिसकी कड़ी इस पन्ने पर उपलब्ध है। प्रेमचन्द की सद्गति भी यहाँ उपलब्ध है।
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