21.6.04

बिना हँसी के एक दिन

कितना भारी होता है, वह मनीला आ के पता चला। फ़िलिपीनो लोग हँसते ख़ूब है। अब अपने को भी आदत पड़ रही है धीरै धीरे। तो, मुस्कुराइए :)

1 टिप्पणी:

  1. बेनामी4:41 pm

    अच्छा लगा लेकिन मुस्कुराने का क्या है कभी भी मुस्कुरा सकते है

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