6.3.06

शराफ़त दिसम्बर में अटक गई?

समाचार स्थल बनाना बच्चों का खेल नहीं। ऐसा लगता है कि रायपुर में शराफ़त दिसम्बर में समाप्त हो गई। जाल पर एक दिन बासी खबर भी महाबासी मानी जाती है, यहाँ ये पन्ना पिछले दो महीनों से जस का तस है। पर उम्मीद है कि जल्दी ही आगे काम होगा, वैसे भी यूनिकोडित समाचार स्थलों की कमी है। वैसे रायपुर में मैं 1995 में तीन महीने था। वहाँ के रायपुर टुडे के बारे में भी मैं पहले चर्चा कर चुका हूँ, और छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल को देख के लगता है कि छत्तीसगढ़ और रायपुर यूनिकोडित होने में काफ़ी आगे चल रहा है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. वाह!! आप रायपुर में रह चुके हो!!
    खुशी हुई जानकर!!

    मै अभी किसी कारणवश रायपुर शब्द से टेक्नोरति में कुछ खोज रहा था तो आपकी यह पोस्ट दिख गई!!

    जवाब देंहटाएं
  2. हाँ, मैं रायपुर के पास सिलतारा नामक जगह में काम कर रहा था। रहना रायपुर शहर में ही था। पहली बार छत्तीसगढ़ी वहीं सुनी थी। और यह मेरी पहली नौकरी थी।

    जवाब देंहटाएं

सभी टिप्पणियाँ ९-२-११ की टिप्पणी नीति के अधीन होंगी। टिप्पणियों को अन्यत्र पुनः प्रकाशित करने के पहले मूल लेखकों की अनुमति लेनी आवश्यक है।