वैसे तो इन हाई-फ़ाइव वालों से मैं बहुत परेशान ही हूँ क्योंकि जान न पहचान वाले हिसाब से खाता खोलने के संदेसे आते रहते हैं, लेकिन आज तो गज़ब हो गया, जब हिंदी में संदेसा आया -
अजी हिन्दी में हो या उर्दू में - स्पैम तो स्पैम होता है, उसका रंग, धर्म, जाति, भाषा से क्या लेना! ;) हिन्दी में आ रहा है यह सोच माफ़ नहीं कर देंगे, हम तो फिर भी "रिपोर्ट स्पैम" वाला बटन दबाएँगे!!
बाकी ये नदीम साहब ने अपने को भी परेशान कर रखा है, पता नहीं कौन हैं और क्या तकलीफ़ पाले बैठे हैं - मैं तो इस नाम के किसी मोहतरम को जानता भी नहीं!!
वाह !! अच्छी खबर !!! सब जगह होगी हमारी हिंदी।
जवाब देंहटाएंजान पर बन आई है इससे.
जवाब देंहटाएंपहले बिना पढे डीलिट करने की छूट थी। अब पढ कर डीलिट करना पडेगी।
जवाब देंहटाएंअजी हिन्दी में हो या उर्दू में - स्पैम तो स्पैम होता है, उसका रंग, धर्म, जाति, भाषा से क्या लेना! ;) हिन्दी में आ रहा है यह सोच माफ़ नहीं कर देंगे, हम तो फिर भी "रिपोर्ट स्पैम" वाला बटन दबाएँगे!!
जवाब देंहटाएंबाकी ये नदीम साहब ने अपने को भी परेशान कर रखा है, पता नहीं कौन हैं और क्या तकलीफ़ पाले बैठे हैं - मैं तो इस नाम के किसी मोहतरम को जानता भी नहीं!!
भला हो कि हिन्दी सही लिखी है http://twitter.com/manuscrypts/status/1146098823
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