यूँ तो आईसीआईसीआई से लगभग रोज ही एक चिट्ठी आ जाती है जिसे में तुरंत एक चटके में रद्दी की टोकरी में डाल देता हूँ, पर आज कुछ अलग ही था।
सुप्रभात - हिंदी में! चेतावनी - पीडीऍफ़ है।
अगर आप चाहें तो उन्हें धन्यवाद देने के लिए और प्रोत्साहित करने के लिए रिसर्च ऍट आईसीआईसीआईडायरेक्ट डॉट कॉम पर लिख सकते हैं।
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