सेब पर पाइथन जैंगो और माईएस्क्यूएल का इस्तेमाल करने के लिए काफ़ी पापड़ बेलने पड़ रहे हैं।
सबसे पहले तो जैंगो स्थापित करना है, पर उसके पहले... खैर एक एक करके ही निपटाते हैं -
१. सबसे पहले तो
इससे आपके पास
२. फिर,
इससे
३. अब करें
यह होने के बाद, जाँचें कि जैंगो आ गया है या नहीं
उसके बाद, माईएस्क्यूएल का पाइथन जोड़क उतारना होगा। काफ़ी देर धक्के खाने के बाद,
४. मैकपोर्ट्स के बारे में पता चला। ये कुछ कुछ रेडहैट के आरपीएम या डेबियन के एप्ट-गेट जैसा है।
यहाँ से माउंटेन लायन का पीकेजी उतार के स्थापित किया। इससे
५. अब
यही अभी चल रहा है, इसके निपटने के बाद देखना है कि सब कुछ चलता भी है या नहीं!
६. एक घंटे बाद : नहीं, इससे कुछ नहीं हुआ, फिर इसे आजमाया -
७. जाँच करें कि
अब डाटाबेस से जुड़ के देखना है कि क्या होता है। आज के लिए बहुत हुआ, अब हम होते हैं नौ दो ग्यारह।
सबसे पहले तो जैंगो स्थापित करना है, पर उसके पहले... खैर एक एक करके ही निपटाते हैं -
१. सबसे पहले तो
pip
चढ़ाए, इसके लिए
curl https://raw.github.com/pypa/pip/master/contrib/get-pip.py
इससे आपके पास
get-pip.py
आ जाएगा,२. फिर,
sudo python get-pip.py
इससे
/usr/local/bin
में pip
और pip-2.7
बन जाएँगे३. अब करें
sudo pip install Django
यह होने के बाद, जाँचें कि जैंगो आ गया है या नहीं
>>> import django
>>> print django.get_version()
1.4.3
>>>
उसके बाद, माईएस्क्यूएल का पाइथन जोड़क उतारना होगा। काफ़ी देर धक्के खाने के बाद,
४. मैकपोर्ट्स के बारे में पता चला। ये कुछ कुछ रेडहैट के आरपीएम या डेबियन के एप्ट-गेट जैसा है।
यहाँ से माउंटेन लायन का पीकेजी उतार के स्थापित किया। इससे
port
स्थापित हुआ, /opt/local/bin/port
में।५. अब
py27-mysql
उतारा -
sudo port install my27-mysql
यही अभी चल रहा है, इसके निपटने के बाद देखना है कि सब कुछ चलता भी है या नहीं!
६. एक घंटे बाद : नहीं, इससे कुछ नहीं हुआ, फिर इसे आजमाया -
export PATH=$PATH:/opt/local/lib/mysql5/bin
export DYLD_LIBRARY_PATH=/usr/local/mysql/lib/
export ARCHFLAGS='-arch i386 -arch x86_64'
sudo easy_install MySQL-python
अब, /Library/Python/2.7/site-packages
में MySQL_python-1.2.4c1-py2.7-macosx-10.8-intel.egg
मौजूद है।७. जाँच करें कि
MySQLdb
है या नहीं -
>>> import MySQLdb
>>>
अब डाटाबेस से जुड़ के देखना है कि क्या होता है। आज के लिए बहुत हुआ, अब हम होते हैं नौ दो ग्यारह।
सर जी, कुछ लिखो तो सही,
जवाब देंहटाएंकामयाब हुये क्या?
जवाब देंहटाएंइससे बेहतर तो यह रहता कि एक वर्चुअल मशीन में लिनक्स स्थापित करते (वर्चुअल बॉक्स में खुद से या वैग्रैंट द्वारा) और उसमें आसानी से जैंगो स्थापित हो जाता :)
जवाब देंहटाएंहाँ, लिनक्स, मेरा पुराना दोस्त - मिलता हूँ उससे भी जल्दी ही
जवाब देंहटाएं