आलोक कुमार जी मेरी कविता पर प्रतिक्रिया के लिये बहुत धन्यवाद! आपने लिखा है "मान गए। वैसे मुझे उमड़ के बजाय उमङ क्यों दिख रहा है?" ' ङ ' के स्थान पर ' ड़ ' शीघ्र ही ठीक कर लूंगा. बताने के लिये भी धन्यवाद! रहा 'अनुभूति ' के यूनिकोडित का प्रश्न, इस का उत्तर तो वे ही दे सकते हैं। महावीर शर्मा
आलोक कुमार जी
जवाब देंहटाएंमेरी कविता पर प्रतिक्रिया के लिये बहुत धन्यवाद! आपने लिखा है "मान गए। वैसे मुझे उमड़ के बजाय उमङ क्यों दिख रहा है?" ' ङ ' के स्थान पर ' ड़ ' शीघ्र ही ठीक कर लूंगा. बताने के लिये भी धन्यवाद!
रहा 'अनुभूति ' के यूनिकोडित का प्रश्न, इस का उत्तर तो वे ही दे सकते हैं।
महावीर शर्मा